जमात-उल-अहरार (जेयूए), जिसे यूएस द्वारा विदेशे आतंकवादी संगठन घोषित किया गया तहरीक-ए तालिबान पाकिस्तान का सहयोगी संगठन है। पूर्व टीटीपी नेता अब्दुल वाली द्वारा 2014 में गठित जेयूए ने पाकिस्तान में नागरिकों, धार्मिक अल्पसंख्यकों, सैन्य अधिकारियों तथा कानून प्रवर्तन को निशाना बनाते हुए कई हमले किए हैं। अगस्त 2015 में, जेयूए ने पाकिस्तान के पंजाब में आत्मघाती बम-विस्फोट किया, जिसमें पंजाब के गृहमंत्री सूजा खंजादा तथा उनके 18 समर्थकों की जानें गई। जेयूए मार्च 2016 के शुरुआती दिनों में पेशावर में यूएस कॉन्सुलेट के दो पाकिस्तानी कर्मचारियों की हत्या के लिए जिम्मेवार है। मार्च 2016 के आखिरी दिनों में जेयूए ने पाकिस्तान के लाहौर स्थित गुलशन-ए-इकबाल एम्यूजमेंट पार्क में आत्मघाती हमला किया, जिसमें 70 से अधिक लोग हताहत हुए—जिनमें लगभग आधी संख्या महिलाओं और बच्चों की थी—और सैकड़ों अन्य लोग घायल हुए।
3 अगस्त 2016 को अमेरिकी राज्य विभाग ने जेयूए अमेरिकी राज्य विभाग ने जेयूए को संशोधित कार्यकारी आदेश 13224 के अनुसार विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी संगठन करार दिया। इसके परिणामस्वरूप, जेयूए की सारी संपत्ति और संपत्ति सं संबंधित हितों जो अमेरिकी न्यायाधिकार में आते हैं उन्हें अवरोधित कर दिया गया है, और अमेरिकी लोगों को सामान्य रूप से जेयूए के साथ किसी भी प्रकार के लेन—देन में शामिल होने से निषिद्ध किया गया है ।