रिवार्ड्स फॉर जस्टिस ने हिजबल्लाह के वित्तीय तंत्र को नष्ट करने में मददगार साबित होने वाली सूचना देने पर $10 मिलियन तक के ईनाम की पेशकश कर रहा है। अली युसूफ चरारा, जिसे अली युसफ शरारा और अली युसुफ शरारा के नाम से भी जानते हैं, हिजबल्लाह का एक प्रमुख फाइनेंसर और लेबनान स्थित दूरसंचार कंपनी स्पेक्ट्रम इन्वेस्टमेंट ग्रुप होल्डिंग एसएएल का चेयरमैन तथा जेनरल मैनेजर है। उसकी इस कंपनी पर यूएस डिपार्टमेंट ऑफ ट्रेजरी ने आर्थिक प्रतिबंध लगा रखा है। चरारा को हिजबल्लाह से आतंकवादी समूह की वित्तीय सहायता के लिए वाणिज्यिक परियोजनाओं में निवेश हेतु कई मिलियन मिले हैं।
हिजबल्लाह की ओर से वाणिज्यिक निवेश करने के अतिरिक्त चरारा ने इराक में तेल कंपनियों के लिए भी काम किया। इसके अलावा, पश्चिम अफ्रीका के दूरसंचार उद्योग में भी चरारा का विस्तारित व्यावसायिक संपत्तियों पर ब्याज संबद्ध है।
7 जनवरी 2016 को डिपार्टमेंट ऑफ द ट्रेजरी ने चरारा को संशोधित कार्यकारी आदेश 13224 के अनुसार विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी करार दिया। इसके कारण अन्य परिणामों के साथ-साथ, चरारा की यूएस के न्यायाधिकार क्षेत्र में आने वाली सभी संपत्तियाँ और संपत्तियों पर ब्याज को अवरुद्ध कर दिया गया और अमरिका के लोगों को चरारा से किसी प्रकार का लेनदेन करने से प्रतिबंधित कर दिया गया। इसके अतिरिक्त, अमेरिका द्वारा विदेशी आतंकवादी संगठन करार दिए गए हिजबल्लाह को जानते बूझते हुए सामग्री सहयोग या संसाधन प्रदान करना या प्रदान करने का प्रयास या साजिश करना अपराध है।